World Coconut Day Nariyal Diwas Kyon Manaya Jata Hai | विश्व नारियल दिवस क्यों मनाया जाता है History

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World Coconut Day हर साल 2 सितंबर को मनाया जाता है। Vishaw Nariyal Diwas नारियल दुनिया के सबसे उपयोगी पौधों में से एक है, जो कई अन्य उपयोगों के साथ भोजन, ईंधन, सौंदर्य प्रसाधन, लोक चिकित्सा और निर्माण सामग्री प्रदान करता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि नारियल के लिए एक खास दिन रखा गया है और आज हम आपको उस खास दिन यानी विश्व नारियल दिवस से जुड़ी जानकारी देने जा रहे हैं.

नारियल खाना हम सभी को बहुत पसंद होता है और हम सभी अपने घर में नारियल पानी से अलग-अलग तरह की नारियल की रेसिपी ट्राई करते हैं. नारियल की एक खास बात यह है कि नारियल को चाहे किसी भी रूप में खाया जाए, वह उतना ही स्वादिष्ट लगता है। चलिए जानते हैं की (World Coconut Day) नारियल दिवस क्यों मनाया जाता है?

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World Coconut Day Kab Manya jata hai
Date विश्व नारियल दिवस यानि World Coconut Day हर साल 2 सितंबर को पूरी दुनिया में मनाया जाता है।
स्थापना विश्व नारियल दिवस की शुरुआत वर्ष 2009 में हुई थी।
उपयोग नारियल का इस्तेमाल शुभ कार्यों से लेकर सेहतमंद रखने तक हर चीज में किया जाता है।
World Coconut Day Vishaw Nariyal Diwas

Vishaw Nariyal Diwas कब मनाया जाता है?

विश्व नारियल दिवस यानि World Coconut Day हर साल 2 सितंबर को पूरी दुनिया में मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य नारियल की खेती और उत्पादकता को बढ़ावा देना भी है।

विश्व नारियल दिवस क्यों मनाया जाता है?

आसानी से प्रकृति में पाए जाने वाले सबसे बहुमुखी फलों में से एक माना जाता है, नारियल अपने आप में एक चमत्कार है। इसके स्वास्थ्य लाभों को आर्थिक दृष्टि से जोड़ा गया है, यह वास्तव में मानव जाति के लिए वरदान है। इसलिए, इस अद्भुत फल के लिए सराहना करने के लिए, विश्व नारियल दिवस मनाते हैं।

विश्व नारियल दिवस का उद्देश्य

इस दिन को मनाने का उद्देश्य नारियल की खेती और उत्पादकता को बढ़ावा देना है। नारियल का इस्तेमाल शुभ कार्यों से लेकर सेहतमंद रखने तक हर चीज में किया जाता है। विश्व नारियल दिवस पहली बार वर्ष 2009 में मनाया गया था। नारियल को स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है।

विश्व नारियल दिवस का इतिहास

आपको बता दें कि पहला विश्व Nariyal Diwas वर्ष 2009 में मनाया गया था। इस दिन को एशियाई और प्रशांत नारियल समुदाय द्वारा बड़े उत्साह के साथ मनाया गया था। वैसे अगर दुनिया में सबसे ज्यादा नारियल उत्पादन की बात करें तो टॉप पांच देशों में इंडोनेशिया, फिलीपींस, भारत, ब्राजील और श्रीलंका का नाम है। भारत में भी नारियल मुख्य रूप से केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में उगाया जाता है।

विश्व नारियल दिवस (Nariyal Diwas) की शुरुआत वर्ष 2009 में हुई थी। एशिया-प्रशांत नारियल समुदाय (APCC), एक अंतरराष्ट्रीय संगठन, का गठन 2 सितंबर, 1969 को इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में नारियल उत्पादों को और बढ़ाने और इसके महत्व को बढ़ावा देने के लिए किया गया था।

उस दिन, एशियाई और प्रशांत देशों के प्रतिनिधियों ने मुलाकात की और दुनिया भर में नारियल उद्योग स्थापित करने के हिस्से के रूप में नारियल के विकास के लिए कई संकल्प किए। इसे चिह्नित करने के लिए, 2 सितंबर को अंतर्राष्ट्रीय नारियल दिवस के रूप में घोषित किया जाता है और हर साल मनाया जाता है। एशिया-प्रशांत नारियल समुदाय में एशिया प्रशांत क्षेत्र में नारियल विकास गतिविधियों को बढ़ावा देने और समन्वय करने के लिए 18 सदस्य देश हैं

विश्व नारियल दिवस थीम (Nariyal Diwas)

हर साल की तरह, इस साल भी विश्व नारियल दिवस की थीम रखी गई है और इस साल यानी 2021 की थीम है “Building a Safe Inclusive Resilient and Sustainable Coconut Community Amid COVID-19 Pandemic & Beyond"
वर्ष 2020 की थीम Invest In Coconut To Save The World

विश्व नारियल दिवस कैसे मनाया जाता है?

विश्व नारियल दिवस कई अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है। इस दिन विभिन्न समारोहों का आयोजन किया जाता है, जिसमें विशेषज्ञ वक्ताओं द्वारा तकनीकी सत्र शामिल होते हैं जिन्हें नारियल की खेती का विशेष ज्ञान होता है। इन आयोजनों में नारियल के प्रयोग से होने वाले विभिन्न लाभों के बारे में लोगों को जागरूक करने का भी प्रयास किया जाता है।

इसके अलावा इस दिन कई प्रकार की प्रदर्शनियां भी आयोजित की जाती हैं, जिनमें नारियल से बनी विभिन्न प्रकार की सामग्री सभी को भेंट की जाती है। इसके अलावा, नारियल विकास बोर्ड से निर्देशित प्रस्तुतियाँ और नारियल उत्पादन बढ़ाने के उनके प्रस्ताव सुझावों को मंचों में रखा जाता है।

नारियल के अद्भुत फायदे -World Coconut Day

नारियल में विटामिन, पोषक तत्व और एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो इम्युनिटी को मजबूत करने में मदद कर सकते हैं। गर्मी के मौसम में नारियल पानी का सेवन करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जा सकता है। इसके अलावा यह मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद माना जाता है, दरअसल मधुमेह इंसुलिन की कमी से होने वाली समस्या है।

नारियल पानी इंसुलिन बढ़ाने में मदद कर सकता है। इतना ही नहीं वजन कम करने के लिए भी नारियल पानी काफी फायदेमंद माना जाता है। नारियल पानी पीने से शरीर को सभी आवश्यक तत्व मिलते हैं।

  • नारियल वजन घटाने को बढ़ाता है। -Coconut enhances weight loss.
  • इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करता है। -Helps to increase immunity.
  • रक्त शर्करा के प्रबंधन के लिए। -For the management of blood sugar.
  • बालों के लिए नारियल का तेल। -Coconut oil for hair.
  • त्वचा के उपचार के लिए नारियल का तेल।- Coconut oil for skin treatment.
  • स्वस्थ दांतों और हड्डियों के लिए. -For healthy teeth and bones

Vishv Naariyal Divas के बारे में अन्य जानकारी

वर्ष 2014-18 के दौरान देश में नारियल की खेती में अभूतपूर्व प्रगति हुई है, जिसके फलस्वरूप भारत अब विश्व में नारियल के उत्पादन और उत्पादकता में अग्रणी राष्ट्र बन गया है।
नारियल एक बारहमासी और एकबीजपत्री पौधा है। इसका तना लंबा और शाखा रहित होता है। मुख्य तने के ऊपरी सिरे पर लंबी पत्तियों का मुकुट होता है।
ये पेड़ समुद्र के किनारे या नमकीन जगहों पर पाए जाते हैं। यह महाराष्ट्र में मुंबई और तटीय क्षेत्रों और गोवा में भी उगाया जाता है।
नारियल के पेड़ भारत में बड़े पैमाने पर उगते हैं, मुख्यतः केरल, पश्चिम बंगाल और उड़ीसा में।
भारत में, नारियल का उपयोग हिंदू धार्मिक समारोहों में किया जाता है।
एक फसल के दौरान 180 नारियल तक काटे जा सकते हैं।
नारियल पानी में औसतन 94% पानी होता है।
बंगाली में इसे नारिकेल कहते हैं।

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