History, Railway प्रारंभिक चरण- भारत में रेलवे की भूमिका में रेल परिवहन की विकास यात्रा, रेलवे का परिचय Railways Introduction- Development P-2

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  • 1947 से 48 में भारत में रेल मार्ग की कुल लंबाई 54375 किलोमीटर थी|
  • 1948 में चितरंजन (पश्चिम बंगाल) में चितरंजन लोकोमोटिव कारखाना स्थापित किया गया|
  • वर्ष 1848 में कोलकाता में ग्रेट इंडियन पेनिनसुला रेलवे कंपनी की स्थापना की गई तथा इसी वर्ष हावड़ा से रानीगंज तक रेल लाइन बिछाने का काम शुरू हुआ| 
  • सन 1850 में ग्रेट इंडियन पेनिनसुला ने मुंबई से थाने तक रेल लाइन बिछाने का कार्य प्रारंभ किया| 
  • 18 फरवरी 1852 को भायखला के पास ग्रेट इंडियन पेनिनसुला रेलवे ने बड़ी लाइन की भाप की इंजन लॉर्ड फ़ॉकलैंड को पहली बार शंटिंग के लिए चलाया| 
  • एशिया एवं भारत में प्रथम रेल यात्रा 16 अप्रैल 1853 को बोरीबंदर छत्रपति शिवाजी टर्मिनल) प्रारंभ हुई| रेलगाड़ी को ब्रिटेन से मंगवाए 3 भाप इंजन सुल्तान हिंदी तथा साहिब खींच रहे थे| 20 डिब्बे में 400 यात्रियों को लेकर यह है गाड़ी रवाना हुई| रेलगाड़ी ने 34 किलोमीटर का सफर 16 घंटे में तय किया| यह शाम 4:45 बजे थाने पहुंची| 
  • 18 अप्रैल 1853 को पहली उपनगरीय रेल चलाई गई जो बड़ी लाइन की 1676 मीटर की रेलगाड़ी थी| इसी दिन रेल की समय सारणी भी तैयार की गई| 
  • हावड़ा से रानीगंज के मध्य प्रथम रेलगाड़ी 1 फरवरी 1855 को चली जिसमें फेयरी क्वीन नामक भाप का इंजन जोड़ा गया था| 
  • सन 1855 में सूरत में मुंबई, वडोदरा तथा सेंट्रल इंडिया रेलवे CIR की स्थापना की गई| गुजरात में अंकलेश्वर से उत्तरण तक 32 मील लंबे रेल मार्ग का निर्माण प्रारंभ| उत्तर रेलवे का प्रथम रेल मार्ग इलाहाबाद से कानपुर के बीच में 3 मार्च 18 57 को खोला गया| 
  • सन 1818 में दो अन्य रेल लाइन जोन स्टंट बंगाल रेलवे तथा ग्रेट साउथ रेलवे की स्थापना की गई| 
  • 15 मई 1864 को कसार (तलचर) तक की रेल लाइन खुलने के साथ ही नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे प्रारंभ हुआ| 
  • सन 1862 में जमालपुर बिहार में प्रथम रेल कारखाने की स्थापना हुई| 
  • भारत में भाप इंजन 1835 ईसवी में बनने शुरू हुए| जमालपुर कर कहानी में एक्सप्रेस नामक पहला भाप इंजन बनाया गया| इसकी कलपुर्जे अलग-अलग कारखानों से मंगवाए गए थे| 
  • 1869 से 75 में रियासतों को नई क्रांति प्रणाली के तहत रेलवे लाइन बिछाने का अधिकार मिला| 
  • सन 1872 में प्रथम श्रेणी के डिब्बों को वातानुकूलित बनाया गया| 
  • कोलकाता ट्राम्वे कंपनी लिमिटेड ने 24 फरवरी 1873 को पहली ट्राम सियालदह से आर्मेनियम घाट स्ट्रीट तक चलाई गई| इस ट्राम सफर 3.8 किलोमीटर लंबा रहा था| 
  • देश की प्रथम नैरोगेज रेल 8 अप्रैल 1873 को बड़ौदा इस्टेट रेलवे द्वारा चलाई गई| इस रेल ने 32 किलोमीटर का सफर डभोई से मियांगांव तक किया| 
  • रेल में सफर करने वाले यात्रियों एवं माल की सुरक्षा के लिए 1853 ई मे सुरक्षा बल की स्थापना की गई| इस समय इसका नाम वॉच एंड वार्ड था| जिसने सन 1954 में रियल सुरक्षा बल (सिक्योरिटी फोर्स) और सन 1957 में रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (RPF) किया गया| 
  • अजमेर में सन 1887 में टेरेस कारखानों का उद्घाटन अजमेर में ही सन 1895 में एक-734 नामक पहला स्वदेशी भाप इंजन बनाया गया| इसके सभी कलपुर्जे यही बने थे| 
  • 1865 में स्थापित है जमालपुर कर खाने का पहला स्वदेशी भाप इंजन रनवे ईस्वी में बना| इस इंजन का नाम लेडी कर्ज़न रखा गया|

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