New Year 2024: पिछले साल के गुजरने और नए साल के आगमन का फेस्टिवल है। दुनिया के कई अन्य क्षेत्रों में नए साल की अद्भुत परंपराएं हैं। आइए आपको बताते हैं ऐसी ही कुछ अलग परंपराओं के बारे में।
साल 2023 की एडवांस शुभकामनाएं
क्योंकि कविराज कबीर जी ने कहा है,
कल करे सो आज कर, आज करे सो अब,
नेटवर्क बिजी हो जायेगा तो विश करेगा कब?
Happy New Year 2024
Happy New Year Kyon Manaya Jata Hai? | |
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Date | Happy New Year हर साल 1 जनवरी को मनाया जाता है। |
शुरुआत | लगभग 600 ईसा पूर्व ग्रीस में हुई थी। ग्रीस के लोगों ने अपने भगवान के सामने एक बच्चे को टोकरी में रखकर नए साल की शुरुआत की। |
विवरण | सूरज भी अपने साथ नई ऊर्जा और नई सुबह लेकर आता है। नई ऊंचाईयों पर चढ़ने की उम्मीद इसी सोच के साथ नए साल की पहली जनवरी को हैप्पी न्यू ईयर मनाया जाता है, सारे गीले सिकवे को भूलकर इस दिन सभी एक-दूसरे के अच्छे जीवन की कामना करते हैं। |
नया साल और समय के बारे में
जब सृष्टि का जन्म ब्रह्माण्ड में हुआ था, तब संसार में रहने वाले सभी प्राणियों ने समय को अपने-अपने सम्प्रदायों, अपनी मान्यताओं के अनुसार बाँट दिया था।
हिंदुओं ने इसे संवत में विभाजित किया, फिर ईसाइयों ने इसे वर्ष में विभाजित किया। पूरी दुनिया में, 31 दिसंबर की रात 12 बजे के बाद, जो नया साल 1 जनवरी की अगली तारीख से शुरू होता है, उसे अंग्रेजी या पश्चिमी कैलेंडर में एक नया साल माना जाता है।
हिंदू धर्म में प्रचलित विक्रम संवत पंचांग के अनुसार, हिंदुओं के नए साल की शुरुआत मार्च-अप्रैल के दौरान नवरात्रि के त्योहार से होती है।
पश्चिमी पंचांग के अनुसार पूरे विश्व में सभी धर्मों, सभी जातियों के लोगों द्वारा एक साथ नव वर्ष मनाया जाता है।
दुनिया में कई समूहों-संप्रदायों, धर्मों और जातियों के लोग रहते हैं और प्रत्येक संप्रदाय की अलग-अलग मान्यताएं हैं।
कोई अपना नया साल सूर्य कैलेंडर के अनुसार तय करता है तो कोई नए साल को चंद्र कैलेंडर के अनुसार मानता है। ऐसे कई समूह भी हैं जो सूर्य और चंद्रमा दोनों पंचांगों के अनुसार नए साल का जश्न मनाते हैं।
नया साल कैसे मनाया जाता है?
31 दिसंबर की शाम से पूरी दुनिया में नए साल के नए साल का जश्न जोरों पर चढ़ने लगता है। पूरे विश्व के देशों में, देशों के शहरों में, शहरों की गलियों में, उत्सव की चिंगारी लग जाती है।
इस अवसर पर तरह-तरह के व्यंजन बनाए जाते हैं। थिरकते संगीत से पूरा वातावरण गूंज उठता है। लोग मस्ती के साथ संगीत और नृत्य का आनंद लेते हैं।
आज शाम सभी को रात के 12 बजे का इंतजार है। दूसरे दिन लोग एक दूसरे को नए साल की बधाई देते हैं और एक दूसरे को केक खिलाकर नए साल के आगमन का जश्न मनाते हैं.
नए कपड़े पहनने से पूरे दिन खुशी बनी रहती है जिससे पूरा साल उनकी खुशियों में बीतेगा। हालांकि,
नए साल में संकल्प क्यों लिया जाता है?
नए साल के जश्न में एक और चलन एक संकल्प लेने का है। लोग हर नए साल में एक ऐसा संकल्प लेते हैं, लोग अक्सर अपने अंदर एक बुरी आदत को बदलने के संकल्प के साथ इस अभ्यास को पूरा करते हैं और उम्मीद करते हैं कि आने वाला साल उनके लिए समृद्ध साबित होगा।
नए साल का सूरज भी अपने साथ नई ऊर्जा और नई सोच लेकर आता है। इसी सोच के साथ नए साल में इसके नई ऊंचाईयों पर चढ़ने की उम्मीद है।
हर साल अगर कोई किसी भी बुराई को खत्म करने का संकल्प लेता है तो उसकी सारी बुराइयां खत्म हो सकती हैं।
नए साल की शुभकामनाएं संदेश
पलों को जोड़कर लम्हे बनते हैं और लम्हों को जोड़कर समय बनते हैं। घडी के मिनटों की मदद से जब समय का पहिया 31 दिसंबर को 12 बजे की दहलीज को पार कर जाता है, तब नए साल की शुरुआत होती है।
सभी एक दूसरे को बधाई देकर नए साल की शुरुआत करते हैं। पास हो या दूर, सभी बधाई देते हैं। मोबाइल के जमाने में ये बधाई मैसेज, व्हाट्सएप और फेसबुक के जरिए ज्यादा दी जा रही है।
साल 2023 की एडवांस शुभकामनाएं
क्योंकि कविराज कबीर जी ने कहा है,
कल करे सो आज कर, आज करे सो अब,
नेटवर्क बिजी हो जायेगा तो विश करेगा कब?
Happy New Year 2023
यारो 2022 खत्म होने में थोड़ा टाइम बाकि है,
कोई गलती, गुस्ताखी हो गयी हो तो;
माफ़ी मांग लेना.
मैं अच्छे मूड में हूँ!
Happy New Year 2023
शेर कभी छुप कर शिकार नहीं करते
बुज़दिल कभी खुलकर वार नहीं करते
हम तो वो है जो नया साल विश करने के लिए
एक जनवरी का इंतज़ार नहीं करते!”
!!नया साल मुबारक हो!!
Happy New Year 2023
म आपके दिल में रहते हैं,
सारे दर्द आपके सहते हैं,
कोई हम से पहले विश न कर दे आपको,
इस लिए सबसे पहले हैप्पी न्यू ईयर कहते हैं.
Happy New Year 2023
ना तलवार की धार से.
न गोलियों की बोछार से
एडवांस में New Year विश कर रहा हूँ
अपने प्यारे दोस्त को प्यार से।
Happy New Year 2023
सोचा किसी अपने से बात करे,
सोचा किसी अपने से बात करे,
अपने किसी खास को याद करे!
किया जो फैसला नए साल की शुभकामनाए देने का,
दिल ने कहा क्यों न शुरुआत आप से करे.
Happy New Year 2023
कुछ इस तरह से नव वर्ष की शुरुआत होगी,
कुछ इस तरह से नव वर्ष की शुरुआत होगी,
चाहत अपनों की सबके साथ होगी,
न फिर गम की कोई बात होगी,
न फिर गम की कोई बात होगी,
क्योंकि नये साल में खुशियों की बरसात होगी.
Happy New Year 2023
सदा दूर रहो ग़म की परछाइयों से
सामना न हो कभी तन्हाईओं से!
हर अरमान हर ख्वाब पूरा हो आपका
यही दुआ है दिल की गहराइयों से!
नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें!
Happy New Year 2023
आपको आशीर्वाद मिले गणेश से
विद्या मिले सरस्वती से
दौलत मिले लक्ष्मी से
खुशियां मिले रब से
प्यार मिले सबसे, यही दुआ है दिल से
Happy New Year 2023
सुन्हेरे सपनों की झनकार लाया है नव वर्ष,
सुन्हेरे सपनों की झनकार लाया है नव वर्ष,
खुशियों के अनमोल उपहार लाया है नव वर्ष,
आपके राहो में फूलों को बिखराकर लाया है नव वर्ष,
महकी हुई बहारों की खुशबू लाया है नव वर्ष,
आपको दिल से नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाए.
Happy New Year 2023
हर साल आता है,
हर साल जाता है,
इस साल आपको वो सब मिलें,
जो आपका दिल चाहता है।
Happy New Year 2023
नए साल का उत्सव
नए साल के प्रतीक के रूप में मानने के इतिहास को देखें, तो इसकी शुरुआत लगभग 600 ईसा पूर्व ग्रीस में हुई थी। ग्रीस के लोगों ने अपने भगवान के सामने एक बच्चे को टोकरी में रखकर नए साल की शुरुआत की।
इस बच्चे को भगवान की दुनिया में फिर से जन्म लेते देखा गया। मिस्र के लोग भी बच्चे को पुनर्जन्म का प्रतीक मानते थे। मिस्र के लोग भी नए साल की पूर्व संध्या पर घर के बाहर प्याज लटकाते हैं।
जब ईसाई धर्म पूरी दुनिया में फैलने लगा, तो चर्च इस परंपरा को बंद करना चाहता था, क्योंकि ईसाई धर्म में मूर्ति पूजा नहीं की जाती है। हालांकि, बच्चे के प्रतीक चिन्ह में नया साल मनाने को इतनी प्रसिद्धि मिली थी कि चर्च को भी झुकना पड़ा था।
स्पेन में नए साल का जश्न
स्पेन में नए साल के दिन अंगूर खाने की परंपरा है। साल के आखिरी दिन के आखिरी 12 सेकेंड में यहां के लोग 12 अंगूर खाकर नए साल का स्वागत करते हैं।
डेनमार्क में नए साल का जश्न
डेनमार्क में नए साल की शुरुआत अजीब तरह से होती है। सुबह लोग अपने पड़ोस के घर के दरवाजे पर थाली तोड़ते हैं। ऐसा माना जाता है कि जिनके दरवाजे पर ज्यादा प्लेट टूट जाती है, उन्हें नए साल में उतनी ही संख्या में लोग पसंद करेंगे।
जर्मनी में नए साल का जश्न
जर्मनी में ऐसा माना जाता है कि जिसे नए साल पर ज्यादा तोहफे मिलेंगे, वह पूरे साल उतना ही ज्यादा खुश रहेगा। इसलिए लोगों के बीच ज्यादा से ज्यादा गिफ्ट पाने की होड़ मची हुई है।